श्रीराम मंदिर में जलाई जाएगी 108 फीट लंबी अगरबत्ती, 3657 किलो सामग्री से बनी है, जानें क्या है खासियत
रिपोर्टर- मनोज कांडपाल
Hm24x7news

अयाेध्या में बने श्री राम मंदिर के लिए गुजरात के एक शख्स ने 108 फीट लंबी औषधीय अगरबत्ती बनाई है. इस अगरबत्ती को रथ के माध्यम से वड़ोदरा ले जाया जा रहा है. रविवार को यह रथ राजस्थान के दौसा पहुंचा तो श्रद्धालुओं ने उसका जबर्दस्त स्वागत किया और जय श्रीराम के जयकारे लगाए.
हाइलाइट्स
अगरबत्ती रथ यात्रा का दौसा में हुआ जोरदार स्वागत
गुजरात के वड़ोदरा से अयोध्या ले जाई जा रही है यह
दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी में स्थित पाड़ली मोड़ के पास रथ पहुंचते ही भक्तों ने श्री राम के जयकारों के साथ रथ यात्रा का स्वागत किया. इसके साथ ही अगरबत्ती निर्माता राम भक्त वड़ोदरा निवासी विहा भाई बरवाड़ का माला और साफा पहनाकर स्वागत किया गया. अगरबत्ती के निर्माता विहा भाई बरवाड़ ने बताया कि हजारों साल से राम भक्तों को इंतजार था कि भगवान राम कब अपने निज स्थान में पधारेंगे.
अब ये इंतजार 22 जनवरी को खत्म होने जा रहा है. सभी राम भक्तों को इस सुनहरे पल का इंतजार है. इस पल को यादगार बनाने के लिए हमने भगवान राम के लिए 108 फीट लंबी औषधीय युक्त अगरबत्ती का निर्माण किया है. ये सिर्फ 108 फीट लंबी अगरबत्ती नहीं है बल्कि ये 108 कुंडीय हवन यज्ञ भी है. हवन कुंड में जितनी सामग्री लगती है उतनी ही इस अगरबत्ती को बनाने में लगी है.
विहा भाई बरवाड़ ने बताया कि अगरबत्ती की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए अगरबत्ती निर्माण में 374 किलो गुगल, 374 किलो गोला, 280 किलो जौ, 191 किलो गाय का घी, 108 किलो गुगल परफ्यूम, 475 किलो विभिन्न प्रकार की हवन सामग्री का इस्तेमाल किया गया है. इन समेत अन्य सामग्रियों को मिलाकर कुल 3657 किलो सामग्री को अगरबत्ती बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया है.
अगरबत्ती को बनाने में 6 महीने का वक्त लगा है
उन्होंने बताया कि 22 जनवरी को अयोध्या में श्री राम के चरणों में अगरबत्ती को अर्पित किया जाएगा. अगरबत्ती को जलाने के बाद ये लगातार 41 दिन तक जलती रहेगी. लेकिन अगर इसे ज्योति की तरह जलाएंगे तो 10 से 15 दिन लगातार जलती रहेगी. अगरबत्ती को पूरी तरह शास्त्रीय विधि अनुसार पवित्रता से बनाया गया है. अगरबत्ती को बनाने में 6 महीने का वक्त लगा है. रथ को बनाकर वड़ोदरा से अयोध्या तक ले जाने के लिए 4.10 लाख रुपए किराया लगा है.
उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में अर्पित कर चुके हैं 121 फीट लंबी अगरबत्ती
अगरबत्ती की कुल लागत 5 लाख रुपये आई है. इससे पहले उन्होंने 121 फीट की अगरबत्ती बनाकर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में अर्पित की थी. वह 47 दिन तक लगातार जली थी. विहा भाई बरवाड़ ने बताया कि वड़ोदरा से अयोध्या तक की हमारी 1300 किलोमीटर की यात्रा है. इसे हम 13 जनवरी को पूरा करेंगे. मेहंदीपुर बालाजी से गुजर रहे नेशनल हाइवे नंबर 21 पर अगरबत्ती पर पुष्प अर्पित कर लोगों ने जय श्री राम के जयकारे लगाए.