संस्कार और शिक्षा का संगम : ला इन्फैशिया में हुआ 11वां “विनायकस्य दीक्षा” कार्यक्रम
संपादक:- मनोज कांडपाल
Hm24x7news
स्थान:- हल्द्वानी
बच्चों की मनमोहक गणेश लीलाओं पर दर्शक हुए मंत्रमुग्ध, संस्कारों और शिक्षा की एकता का संदेश

हल्दूचौड़, 8 नवम्बर 2025।
ला इन्फैशिया द्वारा चिल्ड्रन्स एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के कृष्ण स्वरूप मेमोरियल ऑडिटोरियम में “विनायकस्य दीक्षा” 11वां संस्कार कार्यक्रम हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कारों के महत्व को उजागर करना रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं गणेश व सरस्वती वंदना से हुआ। अतिथियों का स्वागत विद्यालय परिवार द्वारा पौधे भेंट कर किया गया, जो पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक रहा।
नन्हे-मुन्ने बच्चों ने गणेश जी की बाल लीलाओं पर आधारित आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं, जिन्हें दर्शकों ने उत्साहपूर्वक सराहा। मंच संचालन भी बच्चों द्वारा कुशलतापूर्वक संपन्न किया गया।

डायरेक्टर एग्जीक्यूटिव प्रियांशी पाठक ने कहा —
“संस्कार हमें वह बनाते हैं जो हम वास्तव में हैं।”
उन्होंने संस्कारों को व्यवहारिक जीवन का आवश्यक हिस्सा बताते हुए कार्यक्रम की भूमिका प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत की।
मुख्य अतिथि श्री धीरज कुमार, वरिष्ठ आयकर निरीक्षक एवं सहायक क्षेत्रीय सचिव, आयकर कर्मचारी महासंघ (हल्द्वानी/कुमाऊँ क्षेत्र), ने कहा

“शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्ति का माध्यम नहीं, बल्कि यह व्यक्ति के चरित्र निर्माण और संस्कारों की आधारशिला है।”
उन्होंने डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के जीवन प्रसंगों से बच्चों को प्रेरित किया और विद्यालय के उत्कृष्ट वातावरण की सराहना की।
विशिष्ट अतिथि कनक चंद, श्री आनंदा आश्रम की संस्थापक एवं अध्यक्ष, ने कहा —
“संस्कार व्यक्ति को उत्तम मानव बनाते हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन का आधार होते हैं।”
उन्होंने नीम करौली बाबा का प्रतीक चिन्ह निर्देशक श्रीष पाठक को भेंट किया, जबकि विद्यालय की प्रधानाचार्या मोनिका जोशी ने उन्हें विद्यालय का प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
विशेष अतिथि वृद्धाश्रम की ईजा भगवती तिवारी एवं आशा तिवारी का सम्मान शैक्षणिक समन्वयक रेनू मिश्रा द्वारा शॉल ओढ़ाकर किया गया।
अपने प्रेरक उद्बोधन में निर्देशक श्रीष पाठक ने कहा —
“शिक्षा और संस्कारों का समन्वय ही व्यक्ति को संतुलित और सफल जीवन की ओर ले जाता है। माता-पिता, गुरु और समाज – ये तीनों मिलकर बच्चों की प्रतिभा को दिशा प्रदान करते हैं।”
उन्होंने मुख्य अतिथि को विद्यालय की ओर से प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
कार्यक्रम में कमला जोशी, अजय चौधरी, सत्येन्द्र त्यागी, मनोज साहनी, प्रियंका साहनी, हरेंद्र असगोला, रिम्पी बिष्ट, हरीश पांडे, कौस्तुभ चन्दोला, पी. के. भण्डारी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
संस्कार और शिक्षा के अद्भुत संगम का संदेश देते हुए यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।