बगलामुखी मां के मंत्रों से महकी दतिया नगरी

संपादक:-मनोज कांडपाल
1. 36 दिवसीय निराहार साधना में लीन गुरुजी
भारत के प्रसिद्ध मां बगलामुखी साधक विजेंद्र पांडे गुरुजी इन दिनों दतिया हनुमानगढ़ी में 36 दिवसीय निराहार साधना में लीन रहे।
2. भव्य 12 घंटे का हवन प्रारंभ
27 अक्टूबर को शाम 4:00 बजे से मां बगलामुखी का लगातार 12 घंटे का भव्य हवन आरंभ हुआ, जो सुबह तक माई की इच्छा अनुसार चलता रहा।
3. हवन में उमड़ा भक्तों का सैलाब
देश और विभिन्न प्रदेशों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने इस चमत्कारिक हवन में भाग लिया और गुरुजी व मां बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
4. बारिश में भी जारी रही हवन की जोत
लगातार वर्षा के बीच भी हवन की जोत कभी मंद, तो कभी स्वतः प्रज्वलित होती रही — इसे भक्तों ने मां की अद्भुत लीला माना।
5. धार्मिक कार्यक्रम संपन्न, प्रसाद वितरण हुआ
हवन उपरांत भंडारे और प्रसाद वितरण का धार्मिक कार्यक्रम विधि-विधानपूर्वक संपन्न हुआ।
6. भक्तों ने कहा — “जय माई की तो चिंता काहे की”
श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक नारे लगाए —
> “जय माई की तो चिंता काहे की,
चमत्कार को नमस्कार है।”
7. मां बगलामुखी — न्याय और विजय की देवी
भक्तों का विश्वास है कि मां बगलामुखी की शरण में आने से —
शत्रु नाश होता है
कोर्ट-कचहरी के मामले सुलझते हैं
रोग-शोक का निवारण होता है
विजय और शांति प्राप्त होती है
8. हवन का आध्यात्मिक और सामाजिक महत्व
मां बगलामुखी की पूजा में हवन का विशेष स्थान बताया गया है।
यह हवन न्याय, शक्ति और सत्य की विजय का प्रतीक माना गया।
9. श्रद्धा और आस्था का केंद्र बनी दतिया नगरी
पूरे कार्यक्रम के दौरान दतिया नगरी मां बगलामुखी के जयकारों से गूंजती रही, और वातावरण में भक्ति, ऊर्जा व सुगंध का अद्भुत संगम देखा गया।