Categories

November 19, 2025

HM 24×7 News

सब से तेज सब से आगे

बिग ब्रेकिंग(लालकुआं) जनपद में जिला अधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल स्वच्छ भारत अभियान के तहत सार्वजनिक शौचालय को दे रहे हैं व्यवसायिक रूप.और लालकुआं के सार्वजनिक शौचालय का है यह हाल. सुलभ इंटरनेशनल लोगों को बांट रहा है गंदगी।।

Spread the love

लालकुआं-: नैनीताल जनपद में जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल जहां स्वच्छ भारत अभियान के तहत सार्वजनिक शौचालयों को व्यवसायिक रूप देकर सतत विकास का नमूना पेश कर रहे हैं वही कुछ सुलभ शौचालय ऐसे हैं जो जिला अधिकारी के विकास की सोच में पलीता लगाने पर तुले हुए है उसका जीता जागता नमूना यहां लालकुआं रेलवे स्टेशन निकासी गेट के समीप 13 वे वित्त आयोग योजना अंतर्गत वित्त पोषित बना सुलभ इंटरनेशनल का सार्वजनिक शौचालय है जो जहां सुलभ इंटरनेशनल सोशल सर्विस ऑर्गेनाइजेशन की छवि को धूमिल कर रहा है वही लालकुआं रेलवे स्टेशन पर उतरने वाले पर्यटकों के लिए भी बड़ा पीड़ादायक है।

पिछले कई माह से गंदगी का अंबार झेल रहा यह सुलभ शौचालय को साफ देखा जा सकता है यहां इसकी सफाई कभी होती नहीं है बिना देखरेख के कारण इसके यूरिनल पोट तक टूटे हुए हैं. रेल परिसर के अंदर होने के चलते इसकी सफाई व्यवस्था ना तो नगर पंचायत करा सकती है और संचालन सुलभ इंटरनेशनल का होने के चलते रेल प्रशासन भी इस पर ध्यान नहीं देता है जिसके चलते यह सुलभ शौचालय सिर्फ पैसा कमाने का अड्डा बन कर रह गया है इसके अंदर नहाने एवं टॉयलेट यूज़ करने के पैसे तो लिए जाते हैं लेकिन वहां भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है लोग मजबूरी में मुंह पर हाथ रखकर आते हैं लेकिन वह अपने भाग्य को कोसते हुए

चले जाते हैं चारो तरफ गंदगी का साम्राज्य होने के चलते यहां पर संक्रमण भी फैलने का खतरा है जिस पर ना तो रेल प्रशासन ध्यान देता है ना ही जिला प्रशासन. इन सबके बीच कार्यदाई सस्था के कर्मचारी सिर्फ पैसा वसूलने में ही मशगुल नजर आते हैं। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी से अपील करते हुए कहा कि इस तरह के सुलभ शौचालय को चिन्हित कर इन पर कार्रवाई की जाए जिससे भारत सरकार की चल रही स्वच्छ भारत अभियान योजना पर इस तरह के सुलभ शौचालय इस योजना की छवि धूमिल ना कर सके।

गौरतलब है कि यह सुलभ शौचालय लालकुआं रेलवे प्लेटफार्म नंबर 1 के समीप फुट ओवर ब्रिज के पास है यहां पर प्रतिदिन हजारों रेलयात्री आवागमन करते हैं तथा देशी और विदेशी पर्यटको भी आना होता है लेकिन निकास द्वार के पास सड़ांध मारता यह सुलभ शौचालय सिर्फ लोगों को अपने मुंह पर रुमाल रखकर आगे पढ़ने को मजबूर कर रहा है।

About The Author

You may have missed