रामनगर निर्दलीय उम्मीदवार मंजू नेगी, अल्मोड़ा भाजपा प्रत्याशी हेमा गैड़ा कांग्रेस प्रत्याशी रुद्रप्रयाग विनीता चमोली बागेश्वर भाजपा प्रत्याशी श्रीमती दीपा देवी ने, विकासखण्ड गरुड़ में ब्लॉक प्रमुख पद में भाजपा प्रत्याशी किशन सिंह बोरा और विकासखण्ड कपकोट में ब्लॉक प्रमुख पद पर भाजपा प्रत्याशी श्रीमती भावना शाही ने जीत दर्ज की।वही वीरेंद्र मेहरा कनिष्क प्रमुख बने दुम्काबंगर बच्चीधर्मा के BDC मेम्बर कमल भंडारी ने कनिष्क प्रमुख पद पर धमाकेदार जीत दर्ज की ।

रामनगर
जबकि निर्दलीय उम्मीदवार मंजू नेगी, जो पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी की पत्नी हैं, ने धमाकेदार जीत दर्ज की।
ब्लॉक प्रमुख चुनाव में इस बार राजनीतिक समीकरणों ने बड़ा उलटफेर कर दिया। भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी को करारी हार का सामना करना पड़ा, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार मंजू नेगी, जो पूर्व ब्लाक प्रमुख संजय नेगी की पत्नी हैं, ने धमाकेदार जीत दर्ज की।
कड़े मुकाबले में मंजू नेगी को 19 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी सिर्फ 12 वोटों पर सिमट गए। नतीजों के ऐलान के साथ ही समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई, ढोल-नगाड़ों और गुलाल से जीत का जश्न मनाया गया।
इस जीत ने साफ कर दिया है कि रामनगर ब्लॉक की राजनीति में नेगी परिवार का असर अब भी बरकरार है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह नतीजा भाजपा के लिए एक बड़ा झटका है!
भाजपा प्रत्याशी हेमा गैड़ा ने कांग्रेस प्रत्याशी सुनीता कुंजवाल को महज़ 4 वोटों से पछाड़ते हुए जीत का परचम लहराया।
अल्मोड़ा।
जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव में आखिरकार बाजी भारतीय जनता पार्टी के हाथ लगी। एक रोमांचक और सांसें थाम देने वाले मुकाबले में भाजपा प्रत्याशी हेमा गैड़ा ने कांग्रेस प्रत्याशी सुनीता कुंजवाल को महज़ 4 वोटों से पछाड़ते हुए जीत का परचम लहराया।

यह मुकाबला सिर्फ वोटों का नहीं, बल्कि साख और प्रतिष्ठा का भी था, क्योंकि सुनीता कुंजवाल उत्तराखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल की बहू हैं। नतीजों के ऐलान के साथ ही भाजपा खेमे में जश्न का माहौल बन गया, ढोल-नगाड़ों और पटाखों की गूंज ने शहर को चुनावी रंग में रंग दिया।
भाजपा को मिले 24 वोट जहां पार्टी की बढ़ती पकड़ का संकेत दे रहे हैं, वहीं कांग्रेस के लिए यह हार बड़ा राजनीतिक झटका है। करीबी हार ने न सिर्फ कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराया, बल्कि जिले में कांग्रेस की पकड़ पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह जीत भाजपा के लिए आगामी चुनावी रणनीति में “मनोबल बूस्टर” साबित होगी, जबकि कांग्रेस को अब अपनी जमीनी पकड़ और संगठनात्मक मजबूती पर पुनर्विचार करना होगा।
रुद्रप्रयाग
भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्ज़ा जमाया, तो दूसरी ओर कांग्रेस ने जखोली में भाजपा को पटखनी दे दी।

जिले की राजनीति में आज का दिन पूरी तरह से सियासी शतरंज जैसा रहा, जहां एक ओर भाजपा ने जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर कब्ज़ा जमाया, तो दूसरी ओर कांग्रेस ने जखोली में भाजपा को पटखनी दे दी।
लंबे समय से चली आ रही भाजपा–कांग्रेस की तनातनी में जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा प्रत्याशी पूनम कठैत ने जीत हासिल कर पार्टी का परचम लहराया। नतीजों के ऐलान के बाद भाजपा खेमे में जश्न का माहौल छा गया, समर्थकों ने ढोल-नगाड़ों और मिठाइयों से जीत का जश्न मनाया।
वहीं, जखोली ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी विनीता चमोली ने भाजपा को करारा झटका देते हुए विजय हासिल की। इस नतीजे ने साबित कर दिया कि रुद्रप्रयाग की राजनीति में अभी भी दोनों दलों का वर्चस्व बराबरी का है और मुकाबला आगे भी रोचक रहने वाला है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चुनाव नतीजे आगामी विधानसभा चुनाव से पहले दोनों दलों के लिए रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
बागेश्वर
बागेश्वर : सावन के अंतिम दिन जिला पंचायत और सभी विकासखंडों में लहराया भगवा
वहीं बागेश्वर विकासखण्ड में ब्लॉक प्रमुख पद में भाजपा प्रत्याशी श्रीमती दीपा देवी ने, विकासखण्ड गरुड़ में ब्लॉक प्रमुख पद में भाजपा प्रत्याशी किशन सिंह बोरा और विकासखण्ड कपकोट में ब्लॉक प्रमुख पद पर भाजपा प्रत्याशी श्रीमती भावना शाही ने जीत दर्ज की।
इसके अलावा उपरोक्त तीनों विकासखंडों में ज्येष्ट उप प्रमुख और कनिष्क उप प्रमुख पदों पर भी भाजपा प्रत्याशियों ने ही जीत दर्ज की है।
भाजपा ने इस त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में 5 साल पहले की अपनी जीत को दोहरा दिया है। पूर्व में भी जिला पंचायत और जनपद के तीनों विकासखंडों में भाजपा ही विजय हुई थी और इस बार भी उसने ही अपनी विजय पताका फहराई है। पूर्व में जिला पंचायत उपाध्यक्ष पद पर भाजपा जीत दर्ज नहीं कर पाई थी, लेकिन इस बार उपाध्यक्ष पद पर भी भाजपा प्रत्याशी की जीत हुवी है।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा संपन्न त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जनपद के अलग- हिस्सों में प्रदर्शन पर नजर डालें तो बागेश्वर विधानसभा की कुल 10 सीटों में से 4 सीटों पर जीत दर्ज की और सबसे अधिक गौर करने का विषय है कि ये सभी चारों सीटें गरुड़ विकासखण्ड के अंतर्गत आती हैं। निर्विवाद रूप से गरुड़ विकासखण्ड में भाजपा का प्रदर्शन सबसे अव्वल रहा। गौरतलब है कि नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शोभा आर्या भी इसी विकासखण्ड के अंतर्गत वज्यूला सीट से जिला पंचायत सदस्य के रूप में निर्वाचित हुई हैं।
गरुड़ विकासखण्ड की कुल 6 सीटों में से 4 सीटों पर अपनी विजय पताका फहराने में भाजपा सफल रही। जिसमें दूदिला सीट से जनार्दन लोहुमी, मन्यूड़ा सीट से दीपक खुल्बे, वज्यूला सीट से श्रीमती शोभा आर्या और पिंग्लो सीट से श्रीमती शारदा देवी विजयी रही। इनमें दूदिला सीट से जनार्दन लोहुमी ने लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है और वज्यूला सीट से निर्वाचित सदस्य और नव निर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शोभा आर्या पूर्व में विकासखण्ड गरुड़ की ब्लॉक प्रमुख भी रह चुकी हैं।
गरुड़ विकासखण्ड की अन्य दो सीटों में से कौसानी सीट में कॉंग्रेस प्रत्याशी बलवंत सिंह नेगी “ बबलू नेगी “ ने तो वहीं अणा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भाष्कर बोरा ने जीत दर्ज की।
बागेश्वर विधानसभा कि अन्य सीटों में असों सीट से निर्दलीय प्रत्याशी कुन्दन राम और जिला पंचायत सीट सात से भी निर्दलीय प्रत्याशी नवीन परिहार ने जीत दर्ज की। इसमें नवीन परिहार ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में इस सीट से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है।
इसके अलावा जिला पंचायत की करासीबूंगा सीट से काँग्रेस प्रत्याशी राजेन्द्र सिंह नेगी और जेठाई सीट से काँग्रेस प्रत्याशी श्रीमती गोपा धपोला ने जीत दर्ज की। इसमें श्रीमती गोपा धपोला लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर जिला पंचायत सदन में प्रवेश कर रही हैं।
इस प्रकार बागेश्वर विधानसभा की कुल 10 सीटों में से भाजपा 4 सीटों में जीती और निर्दलीय प्रत्याशी अणा के भाष्कर बोरा और असों के कुंदन राम के भाजपा खेमे में आने के बाद ये संख्या बढ़कर 6 हो गई।
वहीं कॉंग्रेस ने बागेश्वर विधानसभा की कुल 10 जिला पंचायत सीटों में से 3 सीटों पर जीत दर्ज की और जिला पंचायत की सात सीट के निर्दलीय सदस्य नवीन परिहार के समर्थन के बाद कॉंग्रेस खेमे में सदस्यों की संख्या 4 हो गई थी ।
वहीं बागेश्वर जनपद के कपकोट विधानसभा की बात करें तो यहाँ कुल 9 जिला पंचायत सीटों में से 5 सीटों में भाजपा ने जीत दर्ज की। जिसमें बाछम सीट से निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती बसंती देव, तोली सीट से पूर्व विधायक शेर सिंह गड़िया की धर्मपत्नी और पूर्व में भी जिला पंचायत सदस्य रह चुकी श्रीमती नीमा गड़िया, सिमगढ़ी सीट से श्रीमती ज्योति राठौर, चौरा सीट से श्रीमती विशाखा खेतवाल और भैरुचौबट्टा सीट से श्रीमती हेमलता देव उर्फ हेमू ने जीत दर्ज की। जिसमें जीतने के बाद भाजपा की अधिकृत प्रत्याशी हेमलता ने भाजपा खेमे को अलविदा कह दिया।
